Explanation: गरबा गुजरात का एक प्रसिद्ध लोक नृत्य है, जिसे नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से Performed किया जाता है।
यह माँ अम्बा (दुर्गा) की आराधना के रूप में किया जाता है।
गरबा नृत्य ढोल, मंजीरा, ताली और क्लैपिंग (हाथों की ताल) के साथ समूह में किया जाता है।
इसे घूमर नृत्य की तरह गोलाकार (Circle Formation) में किया जाता है।
पारंपरिक रूप से घाघरा-चोली (महिलाओं के लिए) और केडिया-धोती (पुरुषों के लिए) परिधान पहने जाते हैं।
अन्य विकल्प:
राजस्थान (A) – घूमर, कालबेलिया, चकरी लोक नृत्य प्रसिद्ध हैं।
आंध्र प्रदेश (C) – कुचिपुड़ी नृत्य प्रसिद्ध है।
हिमाचल प्रदेश (D) – नाटी लोक नृत्य प्रसिद्ध है।
Explanation by: Indresh Gehalot
यह माँ अम्बा (दुर्गा) की आराधना के रूप में किया जाता है।
गरबा नृत्य ढोल, मंजीरा, ताली और क्लैपिंग (हाथों की ताल) के साथ समूह में किया जाता है।
इसे घूमर नृत्य की तरह गोलाकार (Circle Formation) में किया जाता है।
पारंपरिक रूप से घाघरा-चोली (महिलाओं के लिए) और केडिया-धोती (पुरुषों के लिए) परिधान पहने जाते हैं।
अन्य विकल्प:
राजस्थान (A) – घूमर, कालबेलिया, चकरी लोक नृत्य प्रसिद्ध हैं।
आंध्र प्रदेश (C) – कुचिपुड़ी नृत्य प्रसिद्ध है।
हिमाचल प्रदेश (D) – नाटी लोक नृत्य प्रसिद्ध है।