Explanation by: Vijay Sangwan
परमाणु बम नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission) की प्रक्रिया पर आधारित होता है, जिसमें एक भारी नाभिक (जैसे यूरेनियम-235 या प्लूटोनियम-239) छोटे नाभिकों में विभाजित होता है, जिससे अत्यधिक ऊर्जा उत्पन्न होती है।
नाभिकीय विखंडन की प्रक्रिया:
- जब न्यूट्रॉन किसी भारी नाभिक (यूरेनियम-235) से टकराता है, तो वह दो छोटे नाभिकों में विभाजित हो जाता है।
- इस प्रक्रिया में बड़ी मात्रा में ऊर्जा और अधिक न्यूट्रॉन मुक्त होते हैं।
- मुक्त न्यूट्रॉन आगे अन्य नाभिकों को विखंडित करते हैं, जिससे श्रृंखलाबद्ध प्रतिक्रिया (Chain Reaction) शुरू होती है।
- यह प्रतिक्रिया अत्यंत तीव्र गति से होती है, जिससे एक विनाशकारी विस्फोट उत्पन्न होता है।
अन्य विकल्प गलत क्यों हैं?
❌ (A) नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion):
- यह प्रक्रिया हाइड्रोजन बम (Hydrogen Bomb) में होती है, जहाँ हल्के नाभिक (जैसे ड्यूटेरियम और ट्रिटियम) मिलकर भारी नाभिक बनाते हैं।
- परमाणु बम में संलयन नहीं, बल्कि विखंडन होता है।
❌ (C) नाभिकीय संक्रमण (Nuclear Transition):
- यह ऊर्जा स्तरों में परिवर्तन से संबंधित होता है और परमाणु बम से कोई सीधा संबंध नहीं रखता।
❌ (D) रेडियो उत्सर्जन (Radioactive Emission):
- यह स्वाभाविक रेडियोधर्मी तत्वों के विघटन से संबंधित है, लेकिन यह परमाणु बम के विस्फोट का मुख्य कारण नहीं है।
इसलिए, सही उत्तर है:
(B) नाभिकीय विखंड (Nuclear Fission)
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