शीत युद्ध के बाद तृतीय विश्व युद्ध की परिकल्पना की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसमें पूरा ग्रह नष्ट हो सकता है। तीसरे विश्व युद्ध में परंपरागत हथियारों से लेकर परमाणु हथियारों का खुलकर प्रयोग किया जा सकता है। जिसमें संपूर्ण मानवता को नष्ट करने की क्षमता है। अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच भी अक्सर तनाव चलता रहता है। दोनो ही देश परमाणु शक्ति संपन्न है। इसलिए बहुत से विशेषज्ञ तीसरे विश्वयुद्ध की कल्पना करते हैं। फ्रांस के रहने वाले नास्त्रेदमस दुनिया के सबसे प्रसिद्ध भविष्यवक्ता थे। उन्होंने अपनी भविष्यवाणी में कहा था कि तीसरे विश्व युद्ध में चीन संपूर्ण एशिया पर रासायनिक हमले कर देगा जिससे चारों तरफ मौत और तबाही का मंजर दिखाई देगा।