इस एक्ट के तहत प्रान्तों में द्वैध शासन समाप्त करके उत्तरदायी शासन की स्थापना की गई। लेकिन प्रान्तीय गवर्नरों को स्वविवेक से काम करने के व्यापक अधिकार दिए गए। एक्ट के तहत चुनाव हुए और कांग्रेस को 11 में से 6 प्रान्तों में स्पष्ट बहुमत मिला। 1937 में कांग्रेस के मंत्रिमंडल प्रान्तों में तब बने जब गवर्नरों ने इस बात का आश्वासन दे दिया कि वे दिन-प्रतिदिन के शासन में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। पंजाब, सिन्ध और बंगाल में मुस्लिम लीग की सरकारें बनी। कांग्रेस के मंत्रिमंडलों ने जन हित के अनेक कार्य किये।