द्वितीय विश्वयुद्ध 1 सितंबर 1939 से 2 सितंबर 1945 तक लड़ा गया था। 60 देशों ने इस युद्ध में हिस्सा लिया था। सभी देश दो खेमों में बंट गए थे- मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र के खेमे में। इस युद्ध में 5 से 7 करोड़ लोग मारे गए। द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्र की विजय हुई। नाजी जर्मनी का पतन हुआ। जापानी और इतालवी साम्राज्य का पतन हुआ। राष्ट्र संघ का विघटन हुआ। संयुक्त राष्ट्र का निर्माण हुआ। यह युद्ध यूरोप, चीन, अटलांटिक, प्रशांत, मध्य पूर्व, भूमध्य सागर, उत्तरी अफ्रीका और हॉर्न ऑफ अफ्रीका, उत्तर और दक्षिण दक्षिण अमेरिका में हुआ था। यह 6 सालों तक लड़ा गया था। द्वितीय विश्वयुद्ध का कारण-- जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण करने से द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हुई। 1935 में जर्मनी ने वर्साय की संधि का उल्लंघन किया था। वर्साय की संधि में मित्र राष्ट्रों ने जर्मनी का बहुत अपमान किया। जर्मनी को वर्साय संधि पर हस्ताक्षर करने को मजबूर कर दिया था। उसका एक बड़ा हिस्सा छीन कर आपस में बांट लिया। यहीं से द्वितीय विश्व युद्ध की नीव पड़ी। मित्र राष्ट्रों ने जर्मनी का बड़ा हिस्सा छीनकर उसे सैन्य और आर्थिक दृष्टि से विकलांग बना दिया था। जर्मन वर्साय की संधि को एक कलंक मानते थे और मित्र राष्ट्रों से बदला लेना चाहते थे। हिटलर के हाथों में जैसे ही सत्ता आई, उसने वर्साय संधि को तोड़ दिया और द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत कर दी। द्वितीय विश्वयुद्ध का परिणाम-- इस युद्ध में दोनों गुटों के 5 से 7 करोड़ लोग मारे गए। नागरिकों की भी हत्या की गई। लाखों यहूदियों की हत्या कर दी गई। अमेरिका ने जापान पर परमाणु बम से हमला किया जिसमें हिरोशिमा और नागासाकी शहर पूरी तरह नष्ट हो गए। इस युद्ध में बेहिसाब संपत्ति नष्ट हुई। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद साम्राज्यवादी औपनिवेशिक युग का अंत हो गया। साम्राज्यवादी देशों के सभी उपनिवेश धीरे धीरे उनके हाथ से फिसल गए। उपनिवेशों की जनता में राष्ट्रीयता की लहर उत्पन्न हो गई। वे आंदोलन करने लगे जिस कारण धीरे धीरे साम्राज्यवादी देशों के सभी उपनिवेश समाप्त हो गए। द्वितीय विश्व युद्ध में फासीवादी और नाजीवादी शक्तियों का पतन हो गया। जर्मनी, इटली, जापान जैसे विश्व का पतन हो गया। वे युद्ध में पराजित हुए। संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ शक्ति के रूप में उभरे।