Home / Hindi Web / UPSC MCQs / Page 1

17000+ Important MCQs for UPSC in hindi

UPSC के लिए सभी महत्वपूर्ण प्रश्न यहां दिखाए जाएंगे। आप Show Answer बटन पर क्लिक करके किसी भी प्रश्न का सही उत्तर देख सकते हैं। सही Option नीचे प्रदर्शित किया जाएगा। आप नीचे दिए गए व्हाट्सएप बटन को टैप करके किसी भी प्रश्न को व्हाट्सएप पर अपने दोस्तों के साथ share कर सकते हैं।

UPSC MCQs in hindi [Page 1]

I

Indresh Gehalot • 10.11K Points
Tutor II History

Q) हड़प्पा के लोगों की .................. सामाजिक पद्धति थी

  • (A) उचित समतावादी
  • (B) दास श्रमिक आधारित
  • (C) वर्ण आधारित
  • (D) जाति आधारित
Correct Answer - Option (A)

Explanation:

हड़प्पा सभ्यता की समाज व्यवस्था उचित समतावादी (Proper Egalitarian) मानी जाती है।

कारण:

  1. सामाजिक वर्गों का स्पष्ट प्रमाण नहीं – हड़प्पा संस्कृति में समाज को वर्ण या जातियों में विभाजित करने के ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं, जैसा कि बाद की वैदिक सभ्यता में देखने को मिलता है।
  2. नगर योजना में समानता – मोहनजोदड़ो और हड़प्पा जैसे शहरों की वास्तुकला दर्शाती है कि अधिकांश लोग समान प्रकार के घरों में रहते थे, जिससे समाज में ज्यादा असमानता नहीं थी।
  3. कोई स्पष्ट दास प्रथा नहीं – मिस्र और मेसोपोटामिया की तरह हड़प्पा में दासता का कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है।
  4. व्यापार और शिल्प का समान विकास – व्यापार, कृषि और शिल्पकारी सभी को समान रूप से महत्व दिया जाता था, जिससे सामाजिक समानता का संकेत मिलता है।

अन्य विकल्प गलत क्यों हैं?

(B) दास श्रमिक आधारित – हड़प्पा सभ्यता में दास प्रथा के कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं।
(C) वर्ण आधारित – वर्ण व्यवस्था वैदिक काल में विकसित हुई थी, हड़प्पा काल में इसका कोई उल्लेख नहीं मिलता।
(D) जाति आधारित – जाति प्रथा के कोई प्रमाण नहीं हैं, जो बाद में वैदिक काल में उभरकर आई।

इसलिए, सही उत्तर है:

(A) उचित समतावादी

I

Indresh Gehalot • 10.11K Points
Tutor II History

Q) हड़प्पा की सभ्यता के बारे में कौन सी युक्ति सही है

  • (A) उन्हें अश्वमेघ की जानकारी थी
  • (B) गाय उनके लिए पवित्र थी
  • (C) उन्होंने पशुपति का सम्मान करना आरंभ किया
  • (D) उनकी संस्कृति सामान्यतः स्थिर नहीं थी
Correct Answer - Option (C)

Explanation:

हड़प्पा सभ्यता से जुड़े विभिन्न पुरातात्विक प्रमाणों के आधार पर हम प्रत्येक विकल्प का विश्लेषण करते हैं:

(A) उन्हें अश्वमेघ की जानकारी थी (❌ गलत)

  • अश्वमेघ यज्ञ का उल्लेख वेदों में मिलता है, जो वैदिक काल की विशेषता थी।
  • हड़प्पा सभ्यता में यज्ञ या वेदों से जुड़े किसी भी अनुष्ठान का प्रमाण नहीं मिला है।

(B) गाय उनके लिए पवित्र थी (❌ गलत)

  • हड़प्पा सभ्यता में बैल और अन्य पशुओं के चित्र मिले हैं, लेकिन गाय को पवित्र मानने का कोई प्रमाण नहीं मिला है।
  • वैदिक काल में गाय को पवित्र माना जाने लगा था, लेकिन हड़प्पा संस्कृति में इसका कोई संकेत नहीं है।

(C) उन्होंने पशुपति का सम्मान करना आरंभ किया (✅ सही)

  • हड़प्पा काल से मिली एक मुहर में एक देवता को योग मुद्रा में बैठे हुए दर्शाया गया है, जिसके चारों ओर जानवर हैं।
  • इसे "पशुपति महादेव" (भगवान शिव का प्रारंभिक रूप) से जोड़ा जाता है, जिससे पता चलता है कि हड़प्पा के लोग इस देवता का सम्मान करते थे।

(D) उनकी संस्कृति सामान्यतः स्थिर नहीं थी (❌ गलत)

  • हड़प्पा सभ्यता स्थिर और संगठित थी, जिसमें नगर नियोजन, जल निकासी व्यवस्था और सुव्यवस्थित व्यापार प्रणाली थी।
  • यह एक विकसित नगरीय सभ्यता थी, न कि अस्थिर संस्कृति।

इसलिए, सही उत्तर है:

(C) उन्होंने पशुपति का सम्मान करना आरंभ किया

I

Indresh Gehalot • 10.11K Points
Tutor II History

Q) सिंधु घाटी के घर किससे बनाए जाते थे

  • (A) ईट
  • (B) बांस
  • (C) पत्थर
  • (D) लकड़ी
Correct Answer - Option (A)

Explanation:

सिंधु घाटी सभ्यता (हड़प्पा सभ्यता) के घर मुख्य रूप से पकी हुई ईंटों से बनाए जाते थे।

कारण:

पकी हुई ईंटों का उपयोग:

  • हड़प्पा और मोहनजोदड़ो में खुदाई से मिली इमारतें पकी हुई ईंटों (Burnt Bricks) से बनी थीं।
  • इससे पता चलता है कि हड़प्पा के लोग ईंटों का निर्माण और उनका उपयोग करना जानते थे।

मजबूत और टिकाऊ संरचनाएँ:

  • पकी हुई ईंटें लंबे समय तक सुरक्षित रहती हैं और मौसम के प्रभाव से खराब नहीं होतीं।
  • इसलिए हड़प्पा सभ्यता के घर, स्नानागार, नालियाँ और किलेबंदी टिकाऊ थीं।

अन्य सामग्रियाँ कम उपयोग में थीं:

  • बांस (B) और लकड़ी (D) – इनका उपयोग अधिकतर अस्थायी घरों में होता है, लेकिन हड़प्पा की इमारतें स्थायी थीं।
  • पत्थर (C) – हड़प्पा सभ्यता के स्थलों पर पत्थर के घरों के प्रमाण नहीं मिले हैं। पत्थर का उपयोग मुख्य रूप से अन्य संरचनाओं में किया जाता था, लेकिन घरों के लिए नहीं।

इसलिए, सही उत्तर है:

(A) ईंट

C

Chandrakant • 6.73K Points
Tutor III History

Q) प्राचीन भारत के साहित्यिक इतिहास में पाणिनि और पातंजलि ख्याति-प्राप्त नाम है | किस राजवंश के समय में वह फले-फूले ?

  • (A) पुष्यभुक्ति
  • (B) कुषाण
  • (C) शुंग
  • (D) गुप्त
Correct Answer - Option (C)

No Explanation found. Add Explanation and get +2 points.

C

Chandrakant • 6.73K Points
Tutor III History

Q) प्राचीन श्रावस्ती का नगरविन्यास किस आकृति का है ?

  • (A) वृत्ताकार
  • (B) अर्धचन्द्राकार
  • (C) त्रिभुजाकार
  • (D) आयताकार
Correct Answer - Option (B)

No Explanation found. Add Explanation and get +2 points.

C

Chandrakant • 6.73K Points
Tutor III History

Q) बुद्ध का किसके सिक्कों पर अंकन हुआ है ?

  • (A) विम कडफिसर
  • (B) कनिष्क
  • (C) नहपाण
  • (D) बुध गुप्त
Correct Answer - Option (B)

No Explanation found. Add Explanation and get +2 points.

C

Chandrakant • 6.73K Points
Tutor III History

Q) बौद्ध संघ में भिक्षुणी के रूप में स्त्रियों के प्रवेश की अनुमति बुद्ध द्वारा दी गयी थी :

  • (A) श्रावस्ती में
  • (B) वैशाली में
  • (C) राजगृह में
  • (D) कुशीनगर में
Correct Answer - Option (B)

No Explanation found. Add Explanation and get +2 points.

C

Chandrakant • 6.73K Points
Tutor III History

Q) ऋंगवेद में निम्नलिखित किन नदियों का उल्लेख अफगानिस्तान के साथ आर्यों के सम्बन्ध सूचक है ?

  • (A) असिक्नी
  • (B) परुष्नी
  • (C) कुभा, क्रमु
  • (D) विपश,सुतुद्री
Correct Answer - Option (B)

No Explanation found. Add Explanation and get +2 points.

C

Chandrakant • 6.73K Points
Tutor III History

Q) आबू का जैन मंदिर किससे बना है ?

  • (A) बलूए पत्थर से
  • (B) चूना पत्थर से
  • (C) ग्रेनाइट पत्थर से
  • (D) संगमरमर से
Correct Answer - Option (D)

Explanation:

आबू का जैन मंदिर, जिसे देलवाड़ा जैन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, राजस्थान के माउंट आबू में स्थित है। यह मंदिर जैन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यधिक पवित्र स्थल है और इसकी वास्तुकला एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करती है।

संगमरमर का उपयोग: इस मंदिर की प्रमुख विशेषता इसका निर्माण संगमरमर से हुआ है। संगमरमर एक प्राकृत, सफेद और चमकदार पत्थर होता है, जिसे भारतीय स्थापत्य कला में बहुत लोकप्रियता प्राप्त है। संगमरमर का उपयोग मंदिरों के निर्माण में वास्तुकला को और अधिक भव्य और सुंदर बनाने के लिए किया जाता है।

वास्तुकला: देलवाड़ा जैन मंदिर की वास्तुकला अत्यंत विस्तृत और जटिल है, जिसमें हर दीवार, छत और स्तंभ पर सुंदर नक्काशी की गई है। यह मंदिर दो प्रमुख भागों में बंटा हुआ है: 1) मुख्य मंदिर और 2) अन्य सहायक संरचनाएँ।

मंदिर के हर हिस्से में सजीव नक्काशी, मंदिर के शिल्पकला के ऊंचे मानक को दर्शाती है। मंदिर की दीवारों और स्तंभों पर भगवान रिषभदेव, महावीर स्वामी और अन्य जैन तीर्थंकरों की मूर्तियाँ उकेरी गई हैं। संगमरमर की सफेदी और शिल्पकारी की भव्यता इस मंदिर को एक आदर्श वास्तुकला का उदाहरण बनाती है।

संगमरमर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व: संगमरमर, विशेष रूप से भारत में, धार्मिक स्थल बनाने के लिए एक पवित्र और शुद्ध सामग्री मानी जाती है। यह पत्थर न केवल मजबूत होता है बल्कि इसका रंग और चमक भी आध्यात्मिक वातावरण को संतुलित करने में मदद करते हैं।

इसलिए, आबू का जैन मंदिर संगमरमर से बना है, जो उसकी अद्वितीय सुंदरता और वास्तुकला का प्रमुख कारण है।

C

Chandrakant • 6.73K Points
Tutor III History

Q) महान जैन विद्धान हेमचन्द्र किसकी सभा को अलंकृत थे ?

  • (A) अमोघवर्ष
  • (B) कुमारपाल
  • (C) जयसिंह सिद्धराज
  • (D) विद्दाधर
Correct Answer - Option (B)

No Explanation found. Add Explanation and get +2 points.

Tags: UPSC mcqs in hindi, important UPSC mcqs in hindi, important UPSC questions in hindi, UPSC questions in hindi, UPSC mcq questions in hindi, important UPSC mcqs in hindi pdf download, most asked UPSC mcq questions in hindi, UPSC hindi mcqs

Login

Forgot username? click here

Forgot password? Click here

Don't have account? Register here.