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51) शतशस्त्री संहिता के नाम से यह ग्रंथ विख्यात हुआ
Explanation:
महाभारत में प्रारंभ में 8800 श्लोक थे तो इसे जय नाम से जाना जाता था, बाद में इसकी 24000 हो गई तब यह भरत के नाम से विख्यात हुआ. अंतिम संकलन में पद्द्यो की संख्या 100000 हो गई तब यह महाभारत अथवा शतसह्सग्री के नाम से विख्यात हुआ.